वैसे लोग जो लेखन के आधार पर संवाद स्थापित करते हैं उनके लिए सामान्य दिशा-निर्देश यहाँ दिये गये हैं। एक अच्छी तरह तैयार दस्तावेज काम को आसान बना देता है तथा आपको आपकी लेखन क्षमताओं के लिए प्रशंसा प्राप्त होती है कि आप प्रभावी एवं स्पष्ट संवाद स्थापित कर पाते हैं।
विषय योजनाः- 1-यदि किसी लेख में निष्कर्ष भी लिखना हो तो कृपया निष्कर्ष पहले तथा विस्तृत विवरण बाद में दें। 2-यदि लेख वृहत हो तो संबंधित मुख्य बिन्दुओ को यथा संभव शुरुवात में लिख दें तथा यह भी ध्यान रहे कि इससे संबंधित सारांश भी शुरुआत में हो। 3-एक विचार बिन्दु के लिए एक अनुच्छेद का प्रयोग करें ताकि स्पष्ट विवरण पता चले। 4-प्रत्येक अनुच्छेद के पूर्व भी महत्पूर्ण बिन्दुओं को यथासंभव इंगित कर दें। 5-प्रत्येक अनुच्छेद के लिए एक विवरणात्मक उप शीर्षक प्रदान करें। 6-पाठक का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करें तथा उसके उपरांत यदि उचित लगे तो उपरोक्त आवश्यक विभिन्न बिन्दुओ पर प्रकाश डालें।
लेखन शैलीः- 1-जहाँ तक संभव हो सामान्य बोलचाल के शब्दों का प्रयोग करें। 2-जहां तक संभव हो संछिप्त विवरण दें। 3-छोटे-छोटे वाक्यों का प्रयोग करें 25 शब्दों से अधिक का वाक्य प्रयोग न करें। 4-यदि आप इंटरनेट के लिए लिख रहे हैं तो ध्यान रहे अनौपचारिक भाषा का प्रयोग औपचारिक भाषा से बेहतर होता हैं।
लिखित सामग्री का संयोजन एवं प्रदर्शनः- 1-कृपया जहाँ तक संभव हो अनुच्छेद 20 से 150 शब्दों का बनाए 170 शब्दों का औसत वाला अनुच्छेद अच्छी मानी जाती है। 2- यदि आपको अनुच्छेद एवं बिन्दुवार सूची का प्रयोग करना हो तो बिन्दुवार सूची का प्रयोग करें हालाँकि लम्बी सूची के प्रयोग से भी बचना चाहिए। यदि सूची में दस से ज्यादा बिन्दु हों तो उन्हें अन्य सूची में प्रदर्शित करें। 3-लिखी गई सामग्री की वर्तनी जाँच लें। 4- पुनः वर्तनी जाँच के उपरान्त एक बार पढ़कर जाँच लें क्योंकि कंम्प्यूटर से जाँची गई वर्तनी सही नहीं भी हो सकती है। यथा- CAN के जगह VAN का प्रयोग। 5-कृपया संक्षिप्तकियों का विस्तृत विवरण दें तथा वैसे ही संक्षिप्ती का प्रयोग करें जो प्रचलन में हों।
6-आप अनुच्छेद के अन्तर्गत शब्दों को रेखांकित भी कर सकते हैं।
तस्वीर एवं चलचित्रों का प्रयोग भी सहायक हैः- 1- यदि संभव हो तो प्रत्येक अनुच्छेद के लिए जिसमें 50 से 150 शब्द हों एक संबंधित तस्वीर का प्रयोग करें इसके साथ ही संबंधित तस्वीर पर छोटी विवरण भी डाल दें, जहाँ से कुँजी दबाने से संबंधित चित्र का विवरण प्रदान किया गया हो।
2- अपने लेखन सामग्री को आकर्षक बनाने के लिए चलचित्रों का भी प्रयोग करना चाहिए विशेषकर इंटरनेट के मामले में ये चलचित्र लेखन सामग्री में जान डाल सकते हैं। आज कल चलचित्र बनाना आसान है क्योंकि ज्यादातर कैमरे उस गुणवत्ता की छवि बनाते हैं जिनसे बनी छवि आसानी से इंटरनेट पर डाली जा सकती है।