शर्करा अभियांत्रिकी विभाग के बारे मे :-

संस्थान का शर्करा अभियांत्रिकी विभाग शिक्षण, शोध और शर्करा व संबंधित उद्योगों में परामर्श सेवाएँ प्रदान करता है। विद्युत सह उत्पाद इकाइयों की प्रगति के लिए को-जेनरेशन सेल गठित करके प्रभावी तरीके से आवश्यक सहायता प्रदान करता है। यह विभाग निम्न गतिविधियाँ संचालित करता हैः-

  • विभिन्न पाठ्यक्रम के छात्रों को अभियांत्रिकी कक्षाओं का आयोजन।
  • देश तथा विदेशों में सेमिनार, प्रशिक्षण कार्यक्रम और रिफ्रेशर (जागरुकता) पाठ्यक्रम का आयोजन करना।
  • नई शर्करा संयंत्र आसवनी, को-जेनरेशन संयंत्र एवं अपशिष्ट जल संयंत्र की स्थापना से संबंधित परामर्श, ऊर्जा संरक्षण, ईंधन वाष्प-शक्ति संतुलन और मिलिंग एवं ऊर्जा उत्पादन इकाइयों की तकनीकी दक्षता बढ़ाने हेतु परामर्श भी प्रदान करता है।
  • शर्करा अभियांत्रिकी विभाग मानव संसाधन के विकास तथा संबंधित क्रियाकलापों से संबन्धित सेवाएँ प्रदान करता है।
  • गुणवत्ता सुनिश्चत करने पूर्व प्रेषण-निरीक्षण करने और नव-निर्माण कार्यों मे मशीनों का पर्यवेक्षण करने का कार्य करता है।
  • वर्तमान में चल रही शोध परियोजनाएँ :-

    • लोट्स रॉल डिजायन में संशोधन।
    • शर्करा संयंत्रों में ऊर्जा खपत का संतुलन/ अनुकूलन।

    पूर्ण हो चुके शोध कार्य :-

    • गन्ना की खोई को सुखाना।
    • पारम्परिक, विसरण, ट्रेश प्लेट आधार रहित मिलों की तकनीक में तुलनात्मक अध्ययन।

    प्रकाशन :

    राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पत्रिकाओं में इस विभाग के द्वारा पिछले दशक में 50 से भी ज्यादा शोधपत्र प्रकाशित किए गए हैं।

    दीर्घा